Ramnagari’s Shield: Ayodhya Ram Mandir ने AI कैमरा और ड्रोन तकनीक के साथ सुरक्षा को मजबूत किया है।
अयोध्या राम मंदिर सुरक्षा – सुरक्षा को और बढ़ाने के लिए, अयोध्या ने उन्नत तकनीक का इस्तेमाल किया है, जिसमें 10,000 सीसीटीवी कैमरे इंस्टॉल किए गए हैं। इनमें से कुछ कैमरे ए.आई-आधारित नेक्स्ट लेयर सिक्योरिटी के लिए एआई कैमरा का उपयोग कर रहे हैं।
अयोध्या राम मंदिर: उन्नत तकनीक से भरी सुरक्षा व्यवस्था तैयार
Ayodhya: भव्य राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तारीख नजदीक आती जा रही है, और इस महत्वपूर्ण क्षण की सुरक्षा को और भी मजबूत बनाने के लिए अयोध्या ने उन्नत तकनीक का प्रयोग किया है। सुरक्षा की दृष्टि से अयोध्या ने 10,000 सीसीटीवी कैमरे इंस्टॉल किए हैं, जिनमें से कुछ नेक्स्ट लेयर सिक्योरिटी के लिए एआई-आधारित टेक्नोलॉजी वाले कैमरे भी शामिल हैं।
इस नई सुरक्षा व्यवस्था के बारे में विस्तृत जानकारी के अनुसार, एआई-आधारित सीसीटीवी कैमरे क्षेत्र की प्रतिभाषा को बढ़ाते हैं और सुरक्षा में एक नई दिशा प्रदान करते हैं। समारोह के आसपास सुरक्षा के लिए उच्च तकनीक वाले गैजेट्स का भी प्रयोग किया जा रहा है, जिसमें एक्स-रे सामान स्कैनर और अंडर व्हीकल स्कैनिंग सिस्टम (यूवीएसएस) शामिल हैं।
सुरक्षा में नई दिशा देने के लिए, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की कई टीमें भी पहले ही समारोह के आगे अयोध्या में तैनात की गई हैं। इन टीमों को रासायनिक, जैविक, रेडियोलॉजिकल, और परमाणु हमलों के साथ-साथ भूकंप और डूबने की घटनाओं जैसी आपदाओं से निपटने के लिए प्रशिक्षित किया गया है।
अयोध्या से होकर बहने वाली सरयू नदी की सुरक्षा के लिए भी पौर बोट, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीमें सहित स्थानीय नाविकों की भागीदारी की जा रही है। ड्रोन का उपयोग भी भीड़ को नियंत्रित करने और अतिरिक्त भीड़ को डायवर्ट करने के लिए होगा, जिससे सुरक्षा में और भी एक उच्च स्तर आएगा।
प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की कई टीमें भी तैनात की गई हैं, जो आपदाओं और अन्य आपत्तियों के साथ-साथ रासायनिक, जैविक, रेडियोलॉजिकल, और परमाणु हमलों से निपटने के लिए प्रशिक्षित हैं। इन टीमों का समर्थन करने के लिए विभिन्न उच्च तकनीकी उपकरणों का भी उपयोग किया जा रहा है।
सुरक्षा में वृद्धि के लिए, अयोध्या ने एक्स-रे सामान स्कैनर, अंडर व्हीकल स्कैनिंग सिस्टम (यूवीएसएस) और एंटी-ड्रोन तकनीक का उपयोग किया है। ये सभी उपकरण विभिन्न प्रकार की आपत्तियों का सामना करने में मदद करेंगे और सुरक्षा में नई दिशा देंगे।
AI कैमरा: तकनीक की नई क़िस्म
आजकल एआई हर क्षेत्र में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है और यही सिद्ध होता है एआई कैमरा। इस नई प्रौद्योगिकी का उपयोग करके कैमरा भी हो गया है स्मार्ट और एक्सपर्ट इंगीनियरिंग फीचर्स के साथ। ए
आई कैमरा हाई रिज़ोल्यूशन वीडियो कैप्चर करने की क्षमता रखता है और अलग-अलग कोनों से चीजों को स्मार्ट तरीके से रिकॉर्ड करने की क्षमता है। इसके द्वारा सुरक्षा व्यवस्था में एक नई दिशा दी जा रही है, जो सुरक्षा को और भी प्रभावी बनाए रखेगी।
इस नई सुरक्षा व्यवस्था और एआई-आधारित तकनीक के साथ, अयोध्या राम मंदिर समारोह के दौरान सभी भक्तों और आगंतुकों को एक महसूसी सुरक्षित आत्मसात का अनुभव होगा। समारोह की अद्भुती और अत्यंत महत्वपूर्ण पलों को सुरक्षित रखने के लिए यह उच्च स्तरीय सुरक्षा प्रणाली सुनिश्चित करेगी।
आगे बढ़ते हुए
इसके अलावा, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और अन्य सुरक्षा टीमें समारोह के पहले और बाद की स्थिति का समीक्षण करेंगी, ताकि किसी भी आपदा का त्वरित और प्रभावी समाधान किया जा सके।
प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की कई टीमें भी तैनात की गई हैं, जो आपदाओं और अन्य आपत्तियों के साथ-साथ रासायनिक, जैविक, रेडियोलॉजिकल, और परमाणु हमलों से निपटने के लिए प्रशिक्षित हैं। इन टीमों का समर्थन करने के लिए विभिन्न उच्च तकनीकी उपकरणों का भी उपयोग किया जा रहा है।
सुरक्षा में वृद्धि के लिए, अयोध्या ने एक्स-रे सामान स्कैनर, अंडर व्हीकल स्कैनिंग सिस्टम (यूवीएसएस) और एंटी-ड्रोन तकनीक का उपयोग किया है। ये सभी उपकरण विभिन्न प्रकार की आपत्तियों का सामना करने में मदद करेंगे और सुरक्षा में नई दिशा देंगे।
इस समय, सुरक्षा व्यवस्था में यह सुनिश्चित करने का समय है कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में सभी भक्तों का सुरक्षित और आनंदमय स्वागत हो।